· कोस्मो फाउन्डेशन का यह वृक्षारोपण अभियान सीमा सुरक्षा बल के पूर्व महानिदेशक और यामिनी जयपुरिया के पिता स्वर्गीय अश्विनी कुमार को समर्पित है
· दलजीत सिंह चौधरी, आईपीएस, महानिदेशक, बीएसएफ ने किया मियावाकी वन पहल का उद्घाटन
· हरित कवरेज बढ़ाने तथा देश की पारिस्थितिकी पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करने के लिए 15,000 से अधिक वृक्ष लगाए जाएंगे
गुरूग्राम, 19 अक्टूबर 2024: कोस्मो फर्स्ट की सीएसआर पहल कोस्मो फाउन्डेशन ने गुरूग्राम स्थित बीएसएफ परिसर में मियावाकी वृक्षारोपण अभियान का लॉन्च किया। कार्यक्रम का उद्घाटन दलजीत सिंह चौधरी, आईपीएस, महानिदेशक, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) द्वारा किया गया, जो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में फाउन्डेशन के प्रयासों में एक और उल्लेखनीय कदम है।
वृक्षरोपण अभियान का आयोजन 95 बटालियन बीएसएफ परिसर, भोंदसी, सोहना रोड़, गुरूग्राम, हरियाणा में हुआ। इस पहल के तहत 5500 वर्गमीटर क्षेत्रफल को कवर करते हुए प्रसिद्ध मियावाकी पद्धति से 15,000 से अधिक पेड़ लगाए जाएंगे। इस पद्धति को घने, शहरी वनों के निर्माण के लिए जाना जाता है।
बीएसएफ के साथ इस वृक्षारोपण अभियान पर बात करते हुए अशोक जयपुरिया, चेयरमैन एवं प्रबन्ध निदेशक, कोस्मो फर्स्ट ने कहा, ‘‘कोस्मो फर्स्ट में हम अपने संचालन में स्थायित्व को प्राथमिकता देते हैं। हम नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग करते हैं और इस क्षेत्र में अपनी क्षमता को 70 फीसदी तक बढ़ा रहे हैं। इसके अलावा उत्पादों की दक्षता बढ़ाने, हानिकारक उत्सर्जन को कम करने तथा संचालन एवं आपूर्ति श्रृंखला की दक्षता को अनुकूलित करने के हमारे प्रयास न सिर्फ पर्यावरण के लिए फायदेमंद हैं बल्कि हमारे कारोबार को भी गति प्रदान करते हैं। इस वृक्षारोपण अभियान के माध्यम से हमने पर्यावरण और जैव विविधता को सुरक्षित रखने की अपनी प्रतिबद्धता को और अधिक मजबूत बना लिया है।’’
कार्यक्रम के दिन यानि 19 अक्टूबर का विशेष महत्व है, क्योंकि इस दिन पद्म भूषण से सम्मानित स्वर्गीय श्री अश्विनी कुमार की पुण्यतिथि है। जो बीएसएफ के महानिदेशके रूप में सेवानिवृत हुए तथा कोस्मो फाउन्डेशन की मैनेजिंग ट्रस्टी श्रीमती यामिनी जयपुरिया के पिता थे।
‘‘मेरे पिता अश्विनी कुमार की याद में हम इस वृक्षारोपण अभियान का आयोजन कर रहे हैं। सार्वजनिक सेवा के लिए उनकी प्रतिबद्धता और प्रकृति के लिए उनका प्यार ही है जो कोस्मो फाउन्डेशन में हमारे कार्यों को प्रेरित करता है। हमारी यह पहल पर्यावरण संरक्षण और सामुदायिक सक्रियता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। बीएसएफ के साथ साझेदारी में हम हरित स्पेसेज़ का निर्माण कर रहे हैं और समाज में पर्यावरण के प्रति ज़िम्मेदार दृष्टिकोण को बढ़ना चाहते हैं।’’ श्रीमती यामिनी जयपुरिया, मैनेजिंग ट्रस्टी, कोस्मो फाउन्डेशन ने कहा।
इससे पहले भी कोस्मो फाउन्डेशन पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय रहा है। पिछले वृक्षारोपण अभियान के तहत 15,000 से अधिक देशी पौधे लगाए गए थे और दिल्ली में भारतीय सेना के साथ मियावाकी वन का निर्माण किया गया था। माना जाता है कि मियावाकी पद्धति का इस्तेमाल करने से, वन पारम्परिक तरीकों की तुलना में 10 गुना तेज़ी से विकसित होते हैं। इससे घने देशी वन स्थापिन करने और स्थानीय जैव विविधता को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
‘‘यह वृक्ष लगाने तथा पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने की दिशा में कोस्मो फाउन्डेशन की सराहनीय पहल है। मेरा मानना है कि आज हम इन प्रयासों के साथ समाज पर गहरा प्रभाव उत्पन्न कर रहे हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए अनुकरणीय उदाहरण स्थापित कर रहे हैं।’’ दलजीत सिंह चौधरी, आईपीएस, महानिदेशक, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने कहा।
यह आयोजन पर्यावरण संरक्षण की दिशा में फाउन्डेशन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है तथा पूर्व आईपीएस अधिकारी श्री अश्विनी कुमार की धरोहर को सम्मानित करता है।
वृक्षारोपण अभियान के दौरान बीएसएफ के स्टाफ एवं कमांडेंट, सेवानिवृत आईपीएस अधिकारी, स्वर्गीय अश्विनी कुमार का परिवार, कोस्मो फर्स्ट के वरिष्ठ कर्मचारी, विद्या स्कूल के छात्र मौजूद रहे। विद्या स्कूल अपने आधुनिक क्लासरूम्स और पाठ्यक्रम के माध्यम से झुग्गी बस्तियों के बच्चों को समग्र शिक्षा एवं जीवन कौशल प्रदान करता है। इसी तरह जामिया हमदर्द युनिवर्सिटी के छात्रों ने भी आयोजन में हिस्सा लिया और पौधे लगाकर धरती माता को पोषित करने का संकल्प लिया।
अब तक फाउन्डेशन 1 लाख पौधे लगा चुका है, जिनमें औरंगाबाद के छत्रपति संभाजी नगर और वड़ोदरा में स्थानीय किसानों के साथ लगाए गए फलों के वृक्ष, नई दिल्ली में एक मियावाकी वन तथा छत्रपति संभाजी नगर, औरंगाबाद में एक जैव विविधता हब शामिल है। इन प्रयासों के तहत 168 एकड़ से अधिक ज़मीन को कवर किया गया, जिससे जैव विविधता को बढ़ावा मिला, हवा की गुणवत्ता में सुधार आया। साथ ही किसानों की आजीविका में सुधार लाने के लिए उन्हें खेती के वैज्ञानिक तरीकों पर शिक्षित भी किया गया।
फाउन्डेशन ने औरंगाबाद एयरपोर्ट और राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 के करजन फ्लायओवर के नीचे भी हरित स्पेस विकसित कर उनका रखरखाव किया है, जो स्थायी शहरी पर्यावरण के निर्माण की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। विभिन्न सरकारी स्कूलों में वर्षा जल संचयन और वृक्षारोपण में निवेश किया गया है। पर्यावरण संरक्षण प्रोग्रामों के अलावा कोस्मो फाउन्डेशन शिक्षा, स्वास्थ्य और सेनिटेशन के प्रयासों में भी सक्रिय है, जो समुदाय के विकास और स्थायी जीवनशैली के लिए इसके समग्र दृष्टिकोण को इंगित करता है।
कोस्मो वृक्षारोपण अभियान की सम्पूर्ण परियोजना को टेकनिकल पार्टनर- प्रयास यूथ फाउन्डेशन द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। जिनके पास हरित पर्यावरण को सशक्त बनाने का व्यापक अनुभव है।
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