July 11, 2025

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स्वास्थ्य के प्रति हमारी प्रतिबद्धता स्पष्ट, 88% आबादी बीमा के अंतर्गत; 2024-25 में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अब तक का सबसे अधिक बजट आवंटन: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा

• निवेशकों ने आयुष क्षेत्र में प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान, आयुर्वेद कॉलेज, आयुष अनुसंधान केंद्र आदि स्थापित करने के लिए 2,157 करोड़ रुपये के एमओयू हुए
• विभिन्न डिस्ट्रिक्ट समिट के जरिए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र में 9,243 करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर पहले ही किये जा चुके
• राजनिवेश पोर्टल पर अब तक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र में 57,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले

जयपुर, 14 नवंबर, 2024: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की गरिमामयी उपस्थिति में आज राइजिंग राजस्थान स्वास्थ्य प्री-समिट में स्वास्थ्य, चिकित्सा और आयुष क्षेत्र के निवेशकों के साथ 16,176 करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर किये गए। आज किए गए एमओयू के साथ ही ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के बैनर तले स्वास्थ्य क्षेत्र में हस्ताक्षरित कुल निवेश प्रस्तावों का आंकड़ा 25,400 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।
आज किए गये एमओयू में स्वास्थ्य और चिकित्सा क्षेत्र के लिए 14,000 करोड़ रुपये के निवेश एमओयू हुए, जबकि आयुष क्षेत्र में 2,157 करोड़ रुपये के निवेश एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इसके अतिरिक्त, राजनिवेश पोर्टल पर स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र में 57,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। इन प्रस्तावों के परियोजनाओं में परिवर्तित होने से राज्य में 6 लाख से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि अपने कार्यकाल के पहले ही वर्ष में इन्वेस्टमेंट समिट आयोजित करके हमारी सरकार ने अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है कि हम न केवल न केवल एमओयू पर हस्ताक्षर करने जा रहे हैं बल्कि अगले 3-4 वर्षों में उन्हें धरातल पर भी उतारने जा रहे हैं और इसके लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र के सभी निवेशकों – छोटे और बड़े – का हमारे राज्य में स्वागत है, क्योंकि वे सभी अंततः जमीनी स्तर पर आम नागरिक की सेवा करेंगे और राज्य को एक स्वस्थ कार्यबल प्रदान करेंगे।
आयुष क्षेत्र में हुए 2,157 करोड़ रुपये के एमओयू पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “मुझे यह जानकर प्रसन्नता हो रही है कि हमने आयुष क्षेत्र में बड़ी संख्या में एमओयू किए हैं। आयुष न केवल भारत की विरासत और पहचान है, बल्कि यह दुनिया के सामने भारतीय संस्कृति और सदियों पुराने ज्ञान को भी प्रदर्शित करता है। दुनिया भर के लोग आयुष की ओर आकर्षित हो रहे हैं और आने वाले वर्षों में इस क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएं हैं।”
गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता के बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “स्वास्थ्य सेवा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता स्पष्ट है। राज्य की 88% आबादी बीमा के दायरे में है, जो देश में सबसे अधिक है। राज्य के 2024-25 के बजट में भी स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र के लिए अब तक का सबसे अधिक 28,000 करोड़ रुपया आवंटित किया गया है, राज्य के कुल बजट का 8.26% से अधिक है। सरकार राज्य की चिकित्सा पर्यटन क्षमता को अनलॉक करने के लिए नई फार्मा पॉलिसी और मेडिकल वैल्यू ट्रैवल पॉलिसी भी लॉन्च करने जा रही है।”

स्वास्थ्य और चिकित्सा क्षेत्र के महत्व के बारे में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश किया गया एक-एक रुपया जनता की पीड़ा और दर्द को कम करने और उनके चेहरों पर मुस्कान लाने की दिशा में काम करेगा। स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में योगदान देने वाला हर व्यक्ति मानवता की सेवा कर रहा है।”
आज किए गए एमओयू के जरिए निवेशकों ने जयपुर, अजमेर, जोधपुर, राजसमंद, सीकर, सिरोही सहित राज्य के प्रमुख क्षेत्रों में फार्मा इकाइयां, मेडिकल कॉलेज, विश्वविद्यालय, नर्सिंग कॉलेज, होम्योपैथी और आयुर्वेद कॉलेज, आयुष अनुसंधान पंचकर्म केंद्र, उन्नत आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है।
इस अवसर पर मौजूद राजस्थान सरकार के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा, “इतनी बड़ी संख्या में एमओयू पर हस्ताक्षर किया जाना मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में सरकार द्वारा पिछले 11 महीनों में शुरू की गई नीतियों के प्रयासों और प्रभावों को दर्शाता है। यह नये निवेश न केवल राज्य में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए नए स्वास्थ्य सेवा संस्थान, मेडिकल कॉलेज और वेलनेस सेंटर लाएंगे, बल्कि युवाओं के लिए लाखों रोजगार के अवसर भी पैदा करेंगे।”
इस अवसर पर बोलते हुए, राजस्थान सरकार की चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की प्रमुख शासन सचिव सुश्री गायत्री राठौर ने कहा, “राजस्थान अपनी रणनीतिक भौगोलिक स्थिति, आकर्षक नीतियों और कुशल कार्यबल के कारण स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में निवेश का एक प्रमुख गंतव्य बन गया है। प्रसव से लेकर उपशामक (पैलिएटिव) देखभाल तक, जीवन के सभी चरणों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।”
कार्यक्रम को संबोधित करने वाले अन्य गणमान्य व्यक्तियों में भारत सरकार के आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा, आयुर्वेद विभाग के प्रमुख शासन सचिव भवानी सिंह देथा, इंडो यूरोपियन सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल्स प्रोजेक्ट्स के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. विवेक गुप्ता, आंध्र प्रदेश मेडटेक ज़ोन लिमिटेड के एमडी और संस्थापक सीईओ डॉ. जितेंद्र शर्मा, भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केंद्र के कार्यकारी निदेशक मेजर जनरल (प्रोफेसर) अतुल कोतवाल शामिल थे।
कार्यक्रम के अंत में राजस्थान सरकार के चिकित्सा शिक्षा सचिव अम्बरीश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड की प्रबंध निदेशक नेहा गिरि ने कहा कि बड़ी संख्या में एमओयू पर हस्ताक्षर के साथ स्वास्थ्य प्री-समिट सफलतापूर्वक संपन्न हुआ और विभाग अब इन निवेश प्रस्तावों के जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन की दिशा में काम करेगा।

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